ये रातों के साये मोहब्बत की बातें,
गज़ल यार मेरी मगर तेरी बातें।।
है ख्वाबों खयालों मे तेरा ठिकाना,
तेरी बात सुबहें तेरी याद रातें॥
नहीं और कोइ है साथी हमारा,
तेरी बात जीवन तेरी बात सासें॥
मैं चंदा को बांधे हूं ज़ुल्फों से अपनी,
इसी से तो करती हूं बस तेरी बातें॥
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