मंगलवार, 4 फ़रवरी 2014

जुड़ गया बहुत कुछ तुम्हारे आने से

बदल गया सब
मेरे जीवन में
तुम्हारे आने से
ना ...... बदला नहीं
जुड़ गया है कुछ
बहुत कुछ
अब दिलचस्पी ख़बरों में है
तुम्हारे शहर की
अखबार का वो राशि वाला कॉलम
पढ़ती हूँ उसमे अब
एक राशि और
जैसे यहीं से जान लूंगी
क्या क्या करोगे आज तुम
तुम भी तो देखते होगे न
एक राशि और
एक कप चाय और सुबह का सूरज
तुम भी इसी की किरण के साथ होगे
मेरी तरह
देखते होगे इसे
चाय के कप के साथ
और इसके ज़रिये
मुझे |||||||||||