मंगलवार, 21 मई 2013

भुलाया ना जायेगा

नज़र के सामने है हमसे भुलाया न जायेगा,
सजा लो आशियां पर हमसे अब आया न जायेगा।

अश्कों से धो के आंखें जागे तमाम शब,
ये इंतेज़ार् अब तो निभाया न जायेगा।

हैं बेहिज़ाब यादें चेहरे से झलकती हैं,
ये इश्तिहार हमसे छुपाया न जायेगा।

बेशक ही मेहफिलें भी हैं  तेरे दम से रोशन,
पर तज़्किरा अब हमसे उठाया न जायेगा।

शनिवार, 18 मई 2013

तो बात थी

हम भी मोहब्बतों में सँभलते तो बात थी ,
लम्हे जईफ दिल से निकलते तो बात थी | 

                             सूरज थे हम तो कोई भी नज़दीक न हुआ ,
                             शम्मा की तरह हौले से जलते तो बात थी | 

शीशों ने तो कहा था की खूबसूरत हो,
गजलों की लय में हम भी संवरते तो बात थी | 

                            हम शाहराह में खड़े नाबीना ही तो थे ,
                            तुम दो कदम ही साथ में चलते तो बात थी | 

इक पल भी सोचने की मोहलत नहीं मिली ,
वो दूसरे पल में भी बदलते तो बात थी |